Ankita Bhandari Murder case: अंकिता भंडारी के हत्या के 7 दिन बाद चिला नहर के बेराज से शव बरामद हो गया है। शव बरामद होने के बाद उसके पिता और भाई ने उसके कपड़ों से उसकी पहचान की है। वहीं अंकिता की हत्या से पूरे उत्तराखंड में आक्रोश का माहौल है। 19 साल की लड़की ने कई जिम्मेदारियों और ख्वाबों के साथ नौकरी शुरू की थी। लेकिन उसके साथ ऐसा होगा इस बात का किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है।
अंकिता के शव का पोस्टमार्टम हो चुका है। श्रीनगर में अन्तिम संस्कार होगा। अंकिता के गांव के एक व्यक्ति ने कहा “उनकी मां श्मशान घाट में बैठी है। अपनी बेटी के शव का इंतजार कर रही है”। अंकिता का शव AIIMS के पिछले गेट से ले जाया गया। इस दौरान लोगों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
रिजॉर्ट में बतौर शेफ काम करने वाले शख्स ने कहा कि “अंकिता ने रोते-रोते कॉल की थी। उसने कहा था, मेरा बैग ले आओ, मेरा बैग सड़क पर रख दो। जब रिजॉर्ट का स्टाफ बैग लेकर गया तो वो नहीं मिली”। वहीं अंकिता 18 सितंबर को 3 बजे के आसपास अंतिम बार देखा गया था। शेफ ने कहा कि अंकिता को लेकर 3 लोग गए थे लेकिन अंकिता वापस नहीं लौटी। शाम को 9 बजे के करीब 4 लोगों का खाना मंगवाया गया था। इस दौरान अंकित ने कहा था कि आज अंकिता के कमरे में खानै वो लेकर जाएगा दरअसल, अंकित स्टाफ को गुमराह कर रहा था।