केदारनाथ में बड़ी आपदा के संकेत मिल रहे हैं। 23 सितंबर को भी केदारनाथ धाम के पीछे स्थित चैराबाड़ी ग्लेशियर में हिमस्खलन हुआ था। ताजा हिमस्खलन के बाद भी केदारनाथ धाम में रह रहे लोग सहमे हुए हैं। हिमस्खलन होने के बाद केदारनाथ धाम में अफरा-तफरा मच गई है।
वहीं, 1 अक्टूबर को भयावह हिमस्खलन में केदारनाथ धाम बाल बाल बच गया। मिली जानकारी के मुताबिक केदारनाथ मंदिर के पास हिमालय की पहाड़ों में एक एवलांज आया, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। 11 दिनों में चार बार हिमस्खलन होने के बाद से सरकार और वैज्ञानिको को बड़ी आपदा की चिंता सता रही है।
#WATCH हिमालय क्षेत्र में आज सुबह हिमस्खलन हुआ। हिमस्खलन से केदारनाथ मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है: श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उत्तराखंड pic.twitter.com/qe9aIaIzVw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 1, 2022
हिमस्खलन के अध्ययन करने के लिए टीम रवाना हो गई है। वाडिया इंस्टीट्यूट के 2 वैज्ञानिक आज केदारनाथ जाएंगे। वहीं राज्य सरकार हिमस्खलन के स्थलीय निरीक्षण के लिए पहले ही टीम गठित कर चुकी है। वहीं वैज्ञानिकों की टीम स्थलीय निरीक्षण और अध्ययन करने के बाद विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी । रिपोर्ट तैयार होने के बाद टीम सरकार और शासन को उपलब्ध कराएगी।
1 अक्टूबर को हुए हिमस्खलन का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो पर केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने जानकारी दी है इस हिमस्खलन से केदारनाथ मंदिर को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा है। मंदिर व आसपास के स्थान पूरी तरह से सुरक्षित है। प्रशासन ने फौरन केदारनाथ धाम में रह रहे लोगों को अलर्ट किया। गनीमत रही कि घटना में हानि नहीं हुई है। शासन से जियोलॉजिकल टीम के साथ आपदा प्रबंधन विभाग से सर्वे करने का अनुरोध किया है।
23 सितंबर को भी हुआ था हिमस्खलन
गौरतलब है कि हाल ही में 23 सितंबर को भी केदारनाथ धाम के पीछे स्थित चैराबाड़ी ग्लेशियर में हिमस्खलन हुआ था। ताजा हिमस्खलन के बाद भी केदारनाथ धाम में रह रहे लोग सहमे हुए हैं। स्थानीय लोगों को डर है कि कहीं 2013 जैसी आपदा दोबारा न आ जाए। 23 सितंबर को केदारनाथ मंदिर से लगभग 4 किमी दूर स्थित चैराबाड़ी ग्लेशियर पर हिमस्खलन की घटना हुई थी। पर्वत पर काफी दूर तक हिमस्खलन होने के बाद केदारनाथ धाम में अफरा-तफरा मच गई थी।
हिमस्खलन होने से 2013 की आपदा को याद कर रहे लोग
गौरतलब है कि साल 2013 में केदारनाथ आपदा की खौफनाक तस्वीरें अब भी रोंगटे खड़े कर देती हैं। दुनिया में सदी की सबसे बड़ी जल प्रलय की एक घटना थी। 16 जून 2013 की रात केदारनाथ मंदिर के ठीक पीछे 13000 फीट ऊंचाई पर चैराबाड़ी झील ने भयानक तबाही मचाई थी। यहां जल प्रलय के कारण हजारों लोगों की मौत हो गई थी। झील फटने के कई किलोमीटर दूर तक लोग भयावह सैलाब में बह गए थे। पानी के तेज धार में कई क्विंटल भारी पत्थर बहते हुए आए थे और सब कुछ नेस्तनाबूद कर दिया था।