पौड़ी: स्वास्थ्य विभाग पौड़ी ने विश्व कैंसर दिवस(World Cancer Day) पर “Close the care gap” थीम को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में गैर संचारी रोग कार्यक्रम के अंतर्गत गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसके साथ ही जनपद के सभी विकासखण्डों के अर्न्तगत विद्यालयों में रैलियों गोष्ठीयों एवं जनजागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। चिकित्सकों द्वारा गोष्ठी में मौजूद लोगों को कैंसर के प्रकार उनकी पहचान, बचाव एवं उपचार के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही गोष्ठी में मौजूद 40 प्रतिभागियों के साथ जनपद में कुल 1632 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी।
सीएमओ कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी डा० प्रवीण कुमार ने कहा गया, कैंसर हमारे देश ही नही बल्कि विश्व स्तर पर बहुत बड़ी समस्या है, 30 से 69 आयु वर्ग के लोगों के बीच कैंसर होने का खतरा अधिक रहता है। वर्तमान में NHM के तहत संयुक्त चिकित्सालय श्रीनगर में कैंसर डे केयर यूनिट की स्थापना की गयी है, वहीं वर्तमान में हैन्थ एंड वेलनेश सेटरों पर मुंह के कैंसर, गर्भाशय एवं स्तन कैंसर की निशुल्क स्क्रीनिंग की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा, कैंसर को लेकर पहले लोगों में एक भय व्याप्त रहता था जिसको लेकर लोगों द्वारा खुलकर बात नहीं की जाती थी। चिकित्सा क्षेत्र में कैंसर को लेकर निरन्तर खोज जारी है और यदि समय से कैंसर का पता चल जाय तो उपचार संभव है। कैंसर दिवस को मनाये जाने का उद्देश्य कैंसर जैसी घातक बीमारीयों को लेकर लोगों में जागरुकता को बढ़ाना है।
उन्होंने कहा, वर्तमान समय में हमारे खानपान, रहन सहन, दूषित वातावरण से कैंसर के मामलों में बड़ी तेजी से इजाफा हुआ है कैंसर की पहचान के लिए समय-समय पर व्यक्तियों को अपनी चिकित्सकीय जांच कराते रहना चाहिए, यदि शुरुआती दौर में समय से कैंसर का पता चल जाय तो इसका उपचार संभव है, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तमाम कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं, लेकिन इसके लिए जनसहभागिता अति आवश्यक है। उनके द्वारा कैंसर से बचाव के लिए तम्बाकू व शराब के सेवन से दूर रहने के साथ ही कैंसर की शुरुआती पहचान के लिए हैल्थ वैलनेश सेंटर में स्क्रीनिंग करने हेतु अपील भी की गयी।
इस अवसर पर डॉ शशांक उनियाल, आगंनबाडी कार्यकत्री अर्चना रमोला, मंजू देवी, सावित्री एवं आशा कार्यकत्री ललीता देवी, बबीता देवी, दुर्गा नेगी, राखी सुमित्रा, कंचन, शुभम एवं अन्य विभागीय कर्मी मौजूद रहे।