स्वास्थ्य सचिव डॉ0 आर राजेश कुमार कुमांऊ भ्रमण के दूसरे दिन पिथौरागढ़ पहुंचे। जहां उन्होंने बेस अस्पताल का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य सचिव मे कहा कि जल्द ही सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के लोगों को बेस अस्पताल की लोगों के लिए चालू हो जाएगा। जिससे पिथौरागढ़ में स्वास्थ्य सुविधाएं हाईटेक हो जाएंगी। उन्होंने कहा फिलहाल मेडिकल कॉलेज पिथौरागढ़ का संचालन मेडिकल एजुकेशनल डिपार्टमेंट के माध्यम से किया जाएगा और डॉक्टरों की तैनाती बेस चिकित्सालय में की जाएगी जिनके सहयोग से चिकित्सालय का संचालन कार्य किया जाएगा।
उन्होंने कहा बेस अस्पताल में 100 अतिरिक्त बेड का प्रबंध किया जाएगा। जिससे पिथौरागढ़ के लोगों को परेशानी नहीं होगी। उन्होंने पेयजल निगम को सप्ताह के अंदर टेंडर फाइनल कर जल आपूर्ति का शेष कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए। बेस अस्पताल प्रधानाचार्य ने स्वास्थ्य सचिव से बेस अस्पताल के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों, एंबुलेंस, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की मांग की।
सचिव ने प्रधानाचार्य को एक सप्ताह के भीतर मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्रधानाचार्य, मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा के प्रधानाचार्य और सीएमओ पिथौरागढ़ के साथ समन्वय स्थापित कर आवश्यक उपकरणों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए और सप्ताह में किए गए कार्यों की स्थिति को वीसी के माध्यम से अवगत कराने के लिए कहा।
मेडिकल कॉलेज पिथौरागढ़ के प्रधानाचार्य ने मेडिकल कॉलेज के पास स्थित रेशम विभाग की 1.87 हेक्टेयर भूमि को मेडिकल कॉलेज पिथौरागढ़ को देने की मांग रखी। स्वास्थ्य सचिव ने मोस्टामानु में मेडिकल कॉलेज कैंपस के लिए चयनित भूमि का निरीक्षण किया।
इस दौरान जिलाधिकारी पिथौरागढ़ रीना जोशी, ज्वाइंट डायरेक्टर चिकित्सा शिक्षा विभाग डॉक्टर एम के पंत, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी अरुण जोशी, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा, उप जिलाधिकारी अनुराग आर्य, तहसीलदार पिथौरागढ़ आदि अन्य स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे।