अवैध खनन का ट्रैक्टर रोकने गए सिपाही पर हमले की घटना के बाद तमाम सवाल भी उठ रहे हैं। सिपाही सैर पर निकला था लेकिन घटनास्थल पर उसकी कार भी मौजूद थी। सिपाही थाने में ही रहता है। ऐसे में वह कार लेने पहले थाने आया होगा।
थाने आया तो उसने अपने अधिकारियों को अवैध खनन की इस महत्वपूर्ण सूचना की जानकारी क्यों नहीं दी? खतरे को जानते हुए भी वह अकेले ही मौके के लिए क्यों रवाना हो गया? इन सब सवालों के जवाब के लिए एसएसपी ने मामले में जांच बैठा दी है। उन्होंने एसपी क्राइम से पूरे घटनाक्रम की जांच कर जल्द रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि कैंट पुलिस के अनुसार सिपाही रोज सैर पर जाता है। इसके बाद वह टपकेश्वर मंदिर भी जाता है। रविवार को जब वह सैर पर निकला तो उसे अवैध खनन की सूचना मिली तो वह सीधे वहीं चला गया। घटनास्थल थाने से पांच किलोमीटर दूर है। जाहिर है जब सूचना खनन से लदे ट्रैक्टर की थी तो आरोपी के भागने की भी संभावना थी। ऐसे में सिपाही को जल्द से जल्द वहां पर पहुंचना था।