देहरादून का ऐतिहासिक श्री झण्डा मेला 12 मार्च से शुरू होगा। मेले की तैयारियों और आवश्यक प्लान को लेकर शनिवार को मेला समिति व जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बैठक हुई। झण्डे जी के आरोहण व मेले की तैयारियों को लेकर श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन महंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने तैयारियों के लिय आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
सिटी मजिस्ट्रेट कुसुम चैहान, शहर कोतवाल देहरादून विद्या भूषण नेगी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक शहर कोतवाली प्रमोद शाह, खुडबुडा पुलिस चैकी प्रभारी उपनिरीक्षक पंकज कुमार सहित वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के प्रतिनिधिमण्डल ने मेला समिति सदस्यों के साथ सभी आवश्यक बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी ऐतिहासिक श्री झंडा जी मेला किस प्रकार दिव्य व भव्य रूप में संपन्न होगा।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मेला आयोजन की तैयारियों व मेला आयोजन की विशेष तारीखों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के सफल संचालन के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं पर मेला पदाधिकारियों के साथ मंत्रणा की। श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति के व्यवस्थापक के. सी. खुपाल ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को मेले की परंपरागत पृष्ठभूमि व इस वर्ष की आवश्यक तैयारियों से विस्तारपूर्वक अवगत करवाया।
बैठक के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था, संगतों के वाहनों की पार्किंग, सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था, मेला आयोजन स्थल पर पुलिस थाने का संचालन, मेला अस्पताल का संचालन, एम्बुलेस व्यवस्था, श्री दरबार साहिब में प्रवेश व निकास के लिए आवश्यक वन-वे व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा हुई। मेला व्यवस्थापक के.सी. जुयाल ने सिटी मैजिस्ट्रेट कुसुम चैहान को आश्वस्त किया कि मेला आयोजन से सम्बन्धित सभी आवश्यक तैयारियों को समय से पूरा किया जा रहा है। मेला आयोजन से जुड़ी 50 समितिया समय से अपने कार्य पूरा करने में लगी हुई है।
उल्लेखनीय है कि श्री गुरु राम राय जी महाराज की जयंती पर हर साल श्री दरबार साहिब, देहरादून में श्री झण्डे जी मेले का आयोजन किया जाता है। श्री गुरु राम राम जी महाराज का जन्म पंजाब के कीरतपुर (जिला होशियारपुर) में वर्ष 1646 में होली के पांचवें दिन चैत्रवदी पंचमी पर हुआ था। तब से हर साल संगतों द्वारा देहरादून में होली के पाँचवें दिन (चैत्रवदी पंचमी) ऐतिहासिक श्री झंडे जी मेले का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष संसार सिंह को श्री झण्डे जी पर दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का पवित्र सौभाग्य प्राप्त हुआ है। परन्तु उनके विदेश में होने के कारण उनके पुत्र बलविंदर जीत सिंह इस प्रक्रिया को पूरा करेंगे। बलविंदर सिंह ने जानकारी दी कि उनके पिता संसार सिंह व माता सुरजीत कौर ने कई वर्ष पहले दर्शनी गिलाफ चढ़ाने के लिए बुकिंग कराई थी।