PM-Shri School in Uttarakhand: प्रदेश में शिक्षा विभाग(Education Department) की सूरत बदलने के लिये उत्तराखंड सरकार कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम कर रही है। विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत(School Education Minister Dr. Dhan Singh Rawat) ने बुद्धवार को इन योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन को लेकर सभी जनपदों के जिलाधिकारियों(District Magistrates) एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों(Education Department Officials) के साथ वर्चुअल बैठक(Virtual Meeting) की। जिसमें उन्होंने प्रदेशभर में चयनित पीएम-श्री स्कूलों(PM-Shri School) तथा कलस्टर विद्यालयों की शीघ्र डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए । इसके अलावा उन्होंने प्रत्येक जिले में स्कूल भवनों की ग्रेडिंग एवं विद्यालयों में ढांचागत व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने को कहा है।
डा. रावत ने ने बताया, प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था की सूरत बदलकर देश में एक मिशाल कायम की जाएगी जिस पर राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। जनपदों के जिलाधिकारियों, मुख्य शिक्षा अधिकारियों एवं शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से विभाग की सभी योजनाओं को शीघ्र धरातल पर उतारने के लिये समयबद्ध तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि विभाग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) की शैक्षिक सुधार से जुड़ी महत्वकांक्षी योजना पीएम-श्री स्कूल(PM-Shri School) के लिये सूबे के 232 स्कूलों का चिन्हिकरण कर भारत सरकार(Government of Indian) को प्रस्ताव भेजा, जिनमें से भारत सरकार द्वारा प्रथम चरण में 142 विद्यालयों को पीएम-श्री स्कूल हेतु स्वीकृत प्रदान कर दी गई है। जिनकी विस्तृत डीपीआर तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए हैं ताकि चयनित विद्यालयों का संचालन समय पर हो सके।
विभाग द्वारा प्रदेशभर के 1520 इंटरमीडिएट विद्यालयों को मिलाकर 559 कलस्टर विद्यालय बनाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है, जिसको स्वीकृति हेतु आगामी राज्य कैबिनेट की बैठक में रखने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं, इससे पूर्व मंगलवार हो हुई राज्य की कैबिनेट बैठक में 603 प्राथमिक और 76 उच्च प्राथमिक कलस्टर विद्यालयों की स्वीकृति मिल चुकी है। इसी प्रकार प्रदेशभर में विद्यालय भवनों की पांच श्रेणियों में ग्रेडिंग कर इंटरमीडिएट स्तर के 2262 विद्यालय चिन्हित कर लिए गए हैं, जिनमें से 122 विद्यालयों के नये भवन बनाये जायेंगे जबकि 539 विद्यालयों में वृहद निर्माण, 886 विद्यालयों में लघु निर्माण तथा 715 विद्यालयों में रंग-रोगन किया जायेगा।
कलस्टर विद्यालयों में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति के साथ ही स्मार्ट क्लास, कम्प्युटर लैब, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, अतिरिक्त कक्षा कक्ष, खेल सामग्री, सहित तमाम मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध की जायेगी, इसके अलावा कलस्टर विद्यालय के छात्र-छात्राओं के अतिरिक्त आस-पास के स्कूलों से समायोजित छात्र-छात्राओं को आने-जाने के लिए परिवहन की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी।
वर्चुअल बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, सभी जनपदों के जिलाधिकारी, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी, निदेशक बेसिक शिक्षा वंदना गर्ब्याल, एपीडी समग्र शिक्षा मुकुल सती, सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।