मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के मूल स्वरूप और डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) को खराब करने की कोशिश की जा रही है। इसे देखते हुए सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जो भी प्रदेश में बाहर से काम करने आएगा। उसे पहले अपना सत्यापन करना होगा। वहीं जमीन की खरीदने के लिए भी सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण करनी होगा।
पार्टी के जिलाध्यक्ष पर भेदभाव का लगाया आरोप
इसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिला सभागार में भाजपा विधायकों सहित पार्टी के संगठन पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें संगठन की ओर से बैठक में शामिल होने वालों की 80 नामों की सूचना बनाई गई। इस पर पार्टी के कई वरिष्ठ और पूर्व संगठन पदाधिकारी सहित कार्यकर्ता नाराज हो गए। उन्होंने पार्टी के जिलाध्यक्ष पर भेदभाव का आरोप लगाया। कुछ देर तक जिला सभागार के नीचे बवाल करते रहे। सीएम बैठक समाप्त होने के बाद अपने काफिले के लिए रवाना हुए तो कार्यकर्ताओं ने उनके सामने भी नाराजगी जाहिर की। इस पर सीएम ने पार्टी कार्यकर्ताओं को परिवार के सदस्य बताकर मामला शांत किया।
छात्र-छात्राओं ने सीएम के सामने रखी सीमांत क्षेत्रों में शिक्षा-स्वास्थ व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोनिवि गेस्ट हाउस में सीमांत क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के साथ सीमांत गांवों का विकास कैसे हो। इन विषयों पर चर्चा की।छात्र-छात्राओं ने सीएम के सामने अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखा। राजकीय इंटर कॉलेज हर्षिल की छात्रा विद्या रौतेला ने निजी स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों में कम सुविधाओं और कमजोर शिक्षा व्यवस्था का मुद्दा उठाया।
एक छात्रा ने शहर के कूड़ा निस्तारण के लिए मुख्यमंत्री से सवाल किया। इस पर मुख्यमंत्री ने जल्द ही कूड़ा निस्तारण के लिए योजना धरातल पर उतारने का आश्वासन दिया। वहीं अटल आदर्श राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्रा वैष्णवी कैंतूरा ने रोजगार के मुद्दे पर सवाल किया। इस पर सीएम ने सरकारी नौकरियों के साथ ही स्वरोजगार के माध्यम से युवाओं को रोजगार देने की बात कही।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के मूल स्वरूप और डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) को खराब करने की कोशिश की जा रही है। इसे देखते हुए सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जो भी प्रदेश में बाहर से काम करने आएगा। उसे पहले अपना सत्यापन करना होगा। वहीं जमीन की खरीदने के लिए भी सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण करनी होगा।
पार्टी के जिलाध्यक्ष पर भेदभाव का लगाया आरोप
इसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिला सभागार में भाजपा विधायकों सहित पार्टी के संगठन पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें संगठन की ओर से बैठक में शामिल होने वालों की 80 नामों की सूचना बनाई गई। इस पर पार्टी के कई वरिष्ठ और पूर्व संगठन पदाधिकारी सहित कार्यकर्ता नाराज हो गए। उन्होंने पार्टी के जिलाध्यक्ष पर भेदभाव का आरोप लगाया। कुछ देर तक जिला सभागार के नीचे बवाल करते रहे। सीएम बैठक समाप्त होने के बाद अपने काफिले के लिए रवाना हुए तो कार्यकर्ताओं ने उनके सामने भी नाराजगी जाहिर की। इस पर सीएम ने पार्टी कार्यकर्ताओं को परिवार के सदस्य बताकर मामला शांत किया।
छात्र-छात्राओं ने सीएम के सामने रखी सीमांत क्षेत्रों में शिक्षा-स्वास्थ व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोनिवि गेस्ट हाउस में सीमांत क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के साथ सीमांत गांवों का विकास कैसे हो। इन विषयों पर चर्चा की।छात्र-छात्राओं ने सीएम के सामने अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखा। राजकीय इंटर कॉलेज हर्षिल की छात्रा विद्या रौतेला ने निजी स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों में कम सुविधाओं और कमजोर शिक्षा व्यवस्था का मुद्दा उठाया।
एक छात्रा ने शहर के कूड़ा निस्तारण के लिए मुख्यमंत्री से सवाल किया। इस पर मुख्यमंत्री ने जल्द ही कूड़ा निस्तारण के लिए योजना धरातल पर उतारने का आश्वासन दिया। वहीं अटल आदर्श राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्रा वैष्णवी कैंतूरा ने रोजगार के मुद्दे पर सवाल किया। इस पर सीएम ने सरकारी नौकरियों के साथ ही स्वरोजगार के माध्यम से युवाओं को रोजगार देने की बात कही।