रामपुर के सुगंरी इलाके की इलम देवी के गरीब खाने पर खतरा मंडरा रहा है। लोक निर्माण विभाग(Public Works Department) ने डंगा लगाने के लिए इनके घर के बाहर खुदाई कर दी, इसके बाद विभाग शायद डंगा लगाना भूल गया। खुदाई की वजह से इलम देवी के छोटे से आशियाने पर खतारा मंडरा रहा है। लोनिवि के उत्कृष्ट इंजीनियरिंग ने ऐसी खुदाई की जिससे छोटे से सेब के बगीचे पर भी संकट के बादल छाए हुए हैं। मुख्यमंत्री से लेकर प्रशासन के पास गुहार लगाने के बावजूद लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) के कान पर जूं नहीं रेंग रही। शिकायत कई बार मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी की गई, लेकिन कोई बावजूद इसके समस्या का हल नहीं मिल रहा, या यूं कहें की समस्या को जानबूझकर हल नहीं किया जा रहा है। असर न तो अधिकारियों पर पड़ रहा न ही नेता कोई सुध लेने जा रहा है।
58 साल की इलम देवी (Ilam Devi of Sungri area) का कहना है कि घर पर अकेली रहती हैं और इनका ख्याल रखने वाला कोई नहीं। साल 2014 से आज तक 8 साल का समय गुजर गया। बूढ़ी मां ने गुहार तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह(Virbhadra Singh) से लेकर मौजूदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर(Jairam Thakur) तक लगाई, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं। इस बूढ़ी मां के आंसू ये बताने के लिए काफी हैं कि भले ही सरकार दावे बड़े-बड़े कर रही हों लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। इलम देवी के आंसू सरकार के उस दावे की भी पोल खोलते हैं, जिसमें सरकार बुजुर्गों को सम्मान देने की बात करते हैं। बूढ़ी मां को ना तो सरकार की पेशंन चाहिए और ना हि बस में 50 फिसदी का मुफ्त सफर। इनकी मांग है सर्फ इनका आशियाना बचाने की, जिस इन्होंने जिदंगी की मेहनत से सिंचा है। सरकार के पसंदीदा लोनिवि से ना तो सड़क के गड्डे भरे जाते हैं और ना ही सरकार और आम जनता के बीच की वो खाई जो ऐसी तस्वीर की वजह से और ज्यादा बढ़ जाती है। उन्होंने सरकार से डंगा लगा कर अपने आशियाने को सुरक्षित करने की मांग की।
त्तकालीन मुख्यमंत्री बीरभद्र सिंह में नीचे डंगा बनाने के लिए खुदाई की गई जिससे मकान को खतरा हो गया है और दरारें आ गई हैं. साथ ही बगीचे को भी नुकसान हो रहा है. आठ साल का समय गुजर गया एसडीएम से लेकर लोक निर्माण विभाग तक इसकी शिकायत की और मुख्यमंत्री