ताइपे: ताइवानी रक्षा मंत्रालय ने चीन को लेकर कहा कि वो उनके द्वीप जैसे मॉडल बनाकर हमले की तैयारी कर रहा है। दरअसल, बीजिंग ने प्रमुख मुद्दों पर वॉशिंगटन के साथ सहयोग को निलंबित करने की घोषणा के बाद अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइपे यात्रा के लिए अपने प्रतिशोध को दोगुना कर दिया। पेलोसी की चीन के स्व-शासित पड़ोसी देश की यात्रा के मद्देनजर दोनों महाशक्तियों के बीच संबंधों में गिरावट आई है।
विश्लेषकों का कहना है कि बीजिंग ने शनिवार को ताइवान अभ्यास के आसपास अपने कुछ सबसे बड़े सैन्य अभ्यासों को जारी रखा, जिसका उद्देश्य द्वीप पर नाकेबंदी और अंतिम आक्रमण का अभ्यास करना था। ताइपे ने कहा कि उसने ताइवान जलडमरूमध्य में “कई” चीनी विमानों और जहाजों का संचालन देखा, यह मानते हुए कि वे द्वीप जैसे मॉडल बनाकर हमले की तैयारी कर रहे हैं।
“ताइवान जलडमरूमध्य के आसपास गतिविधियों का संचालन करने वाले कम्युनिस्ट विमानों और जहाजों के कई बैच, जिनमें से कुछ ने मध्य रेखा को पार किया।” रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में ताइवान जलडमरूमध्य से गुजरने वाली एक सीमांकन रेखा का जिक्र करते हुए कहा, जिसे बीजिंग मान्यता नहीं देता है। यह दिखाने के लिए कि चीन की सेना ताइवान के तटों के कितने करीब आ रही है, बीजिंग की सेना ने रात भर में एक वायु सेना के पायलट का एक वीडियो जारी किया, जिसमें द्वीप के तट और पहाड़ों को उसके कॉकपिट से फिल्माया गया था।
चीन के राज्य प्रसारक, सीसीटीवी ने बताया है कि चीनी मिसाइलों ने अभ्यास के दौरान सीधे ताइवान के ऊपर से उड़ान भरी है, अगर पुष्टि हुई तो एक बड़ी वृद्धि हुई। लेकिन ताइपे इस बात पर अड़ गया है कि वह अपने पड़ोसी से नहीं डरेगा।